बिना शर्तों का प्रेम
कहते हैं प्रेम की कोई भाषा नहीं होती और ना ही प्रेम उंच-नीच, जाति-धर्म , घर-परिवार, रंग-रूप देखता| प्रेम अन्धा होता है और यह अंधापन वाला प्यार उस खुली आँखों वाले प्रेम से कहीं बेहतर है जहाँ लोग प्रेम लगन से नहीं शर्तों पर करते हैं| वेश्या शब्द अपने समाज में कलंक की तरह है परन्तु देखा जाये तो हर व्यापार करने वाला आदमी- औरत वेश्य और वेश्या ही तो हैं- मतलब कि व्यापारी| चाहे फिर वो व्यापार किसी वस्तु, स्थान या देह का ही क्यों न हो| दिल और आँखों में पानी देने वाली इस कहानी को मैंने इन्टरनेट पर पढ़ा और उसे खोजा जिसने ये कृत्य हम सब तक पहुचाया| जीबीएम् आकाश नाम के किसी शख्स ने इन दोनों खूबसूरत प्राणियों को खोजा और उसकी इस प्रेम से भी परे, अथाह प्रेम की कहानी को हम तक पहुचाया| यह कहानी भी एक वेश्या यानि व्यापारी की है,चाहे मज़बूरी में ही सही परन्तु वो अपनी बेटी को पालने के लिए अपने धंधे में साथ बहुत ही ईमानदारी से काम करती रही और एक दिन कुछ ऐसा हुआ जो इंसानियत वो करती थी उससे भी बड़ी मिसाल बन गया| बांग्लादेश की रहने वाली रजिया पेशे से व्यापारी थी| एक दिन सुबह की पहली बेला, घनघ